Jamshedpur Leopard news : चिड़ियाघर से हमेशा ही निगरानी के बावजूद भी तेंदुए बाहर निकल जाते है। यह एक कठिन सवाल है जिसका जवाब कई कारणों पर निर्भर करता है। क्योंकि Leopard एक बेजुबान प्राणी है, हम उनकी बातों को बहुत अच्छे तरह से नहीं समझ सकते लेकिन उनके व्यवहार को जांचकर उनपर विचार कर सकते है। इसके कुछ कारण निम्न है।
Natural Instinct – Leopard जंगली जानवर होते हैं, इसलिए वह स्वभाव से जंगली होते है। Leopard के जीन में शिकार करने और अपने एरिया की रक्षा करने की प्रवृत्ति होती है। चिड़ियाघर के बाड़े एक सीमित जगह होते हैं, जो उनके नैचुरल रहने की जगह का एक छोटा सा अंश मात्र होते हैं। जू तेंदुओं के लिए मानसिक रूप से सही नहीं होता है और उन्हें इसके अंदर बोरियत महसूस हो सकती है। इस बोरियत को दूर करने के लिए ही
Leopard भागने की कोशिश कर सकते हैं।
Searching for prey – Leopard मांसाहारी होते हैं, और वे शिकार की लगातार तलाश में रहते हैं। जू में भले ही उन्हें रोज खाना दिया जाता है, लेकिन शिकार की खोज करकें उन्हें मारकर खाने की इच्छा उनमें खत्म नहीं होती। जू के बाहर आने-जाने वाली चीजें, जैसे पब्लिक या अन्य जानवर, उनके आस-पास घूमते शिकार उनको उत्तेजित कर सकते हैं, जिससे वे बाहर भागने की कोशिश कर सकते हैं।

Expanding your area – Leopard ज्यादातर अकेले रहना पसंद करते है और अपना साम्राज्य बनाना पसंद करते हैं। वे अपने एरिया में किसी की भी एंट्री पसंद नहीं करते। चिड़ियाघर की बाउंड्री में उन्हें कैद होना पसंद नहीं आता और वे इतने छोटे एरिया को अपना एरिया नहीं मानते। वे लगातार जू की बाउंड़ी की जांच करते रहते हैं और कमजोर जगह ढूंढने की कोशिश करते हैं, ताकि वे अपना क्षेत्र बढ़ा सकें या निकलकर जू से भाग सकें।
environmental factors – चिड़ियाघर की बाउंड्री को हमेशा Leopard के नैचुरल एरिया की तरह नहीं बनाया जा सकता। कई बार जू में गर्मी, ठंड या बारिश जैसी चीजें असहनीय हो सकती हैं। इससे बचने के लिए तेंदुआ बाड़े से निकलने की कोशिश कर सकता है।
Fear or trouble – चिड़ियाघर में Leopard को कई तरह की आवाजें और गंधों का सामना करना पड़ता है, जिनका वो खास पसंद नहीं करते। कई बार पब्लिक भी उन्हें परेशान करती हैं। इससे Leopard डरते या परेशान हो सकते हैं, और भागने की कोशिश कर सकते हैं।

इसके अलावा और भी बहुत से कारण हो सकते है, जो एक नए जन्में Leopard को परेशान कर सकते है। कभी-कभी पुराने Leopard भी यह कोशिश करते है। आप हर साल ऐसे बहुत से केस देखते होगें। इसके लिए बस जरूरी सावधानी बरतने की जरूरत है, लोगों को जू में जाकर Leopard या अन्य किसी भी जानवर को परेशान करने की जरूरत नहीं है। वरना यह आने वाले समय में आपको ही परेशान कर सकता है। देश में वैसे भी बहुत ही कम मात्रा में Leopard बचें है, इसलिए इनकी देखभाल करना हमारा फर्ज है। अगर आपके आस-पास ऐसा कोई केस आता है तब सबसे पहले वन विभाग की टीम को संपर्क करें।