Mansoon update : हर बार की तरह इस बार भी गरमी के लोगो का हाल बेहाल है। पिछले साल का अधिकतम तापमान 45 डिग्री तक दर्ज किया गया था। लेकिन इस बार अधिकतम तापमान 48 डिग्री तक दर्ज किया जा चुका है। अभी मई का अंत ही है, लेकिन हालात बहुत ही मुश्किल हो रहे है। उधर राजस्थान में पानी की समस्या का समाधान मिलना मुश्किल हो रहा है। एक नई रिसर्च में बताया गया है कि राजस्थान का पानी अगले साल तक पूरी तरह खत्म हो जाएगा। इससे पहले दक्षिण अमरीका का शहर केपटाउन दुनिया का पहला जलविहिन शहर बन चुका है। हिंदू धर्म में 25 मई से लेकर 2 जून का वक्त नौतपा कहा जाता है। इन दिनों में सबसे ज्यादा गरमी होती है। इस बार मौसम विभाग ने भी दिल्ली, यूपी, पंजाब और हरियाणा के सभी क्षेत्रों में रेड अलर्ट घोषित कर दिया है।
प्रदूषण से बचाव कैसे करें
गरमी का सारा कारण बढ़ता Pollution ही है। आम जनता हो या सत्ताधारी सब गरमी का भाषण एसी में बैठकर ही दे रहे है। शहरो के किसी भी 3 बीएचके फ्लैट मे चले जाए, परिवार के सदस्य दो और एसी 3 मिल जाएंगे। शहरों मे लगातार बढ़ रहे फैक्टरी एरिया से पानी दूषित हो रहा है। साथ ही हवा को जहर बनाने का काम भी तेजी से चल रहा है। फिलहाल हम इन सुविधाओं से नही दूर जा सकते है। लेकिन प्रदूषण रोकने के लिए हम पेड़-पौधे लगाने का प्रयास कर सकते है। आज के समय में कुछ 15 करोड़ पेड़ लगाने की आवश्यकता है। आप इस आंकड़े को अकेले नही पूरा कर सकते पर अपना कुछ योगदान दे सकते है।
कहां तक पहुंचा मानसून
इस बार मानसून 3 दिन पहले यानि की 21 मई को साउथ मे हिट कर चुका है। जिससे साउथ मे भीषण गरमी से फिलहाल राहत पड़ गई है। बिहार के कुछ हिस्सो मे भी ठंड़ी हवाएं चल रही है। वहीं यूपी के कुछ हिस्सों मे कल बादल छाए रहे। मौसम विभाग के मुताबिक 6 जून से पहले राहत के आसार कम है। दिल्ली, यूपी , हरियाणा और पंजाब में मानसून हर साल 25 जून तक आ जाता है, लेकिन इस बार 3 दिन पहले आने का आसार है।