Lok sabha election 2024 5th phase : 18 वीं लोकसभा के गठन के लिए सात चरणों में संसदीय चुनाव के कार्यक्रम चुनाव आयोग के द्वारा घोषित हुए हैं।जिसमे से पांचवे चरण के चुनाव के लिए देश के 8 राज्यों / केंद्र शासित प्रदेश के लिए नोटिफिकेशन 26 अप्रैल को जारी हुआ था।जिसमे से 1586 प्रत्याशियों ने नामांकन की आखिरी तारीख 3 मई तक अपना- अपना नामांकन करवाया था। 4 मई को नामांकन पर्चों की जांच हुई थी जिसमे से 746 नामांकन वैध पाए गए थे।

Lok sabha election 2024 5th phase के लिए उम्मीदवारोंं ने लिया नाम वापस
6 मई को नाम वापसी के बाद कुल 695 उम्मीदवारों मैदान में बचे हुए हैं।जिसकी वोटिंग 20 मई को होनी है।पांचवे चरण में सबसे ज्यादा नामांकन झारखंड के 4-चतरा संसदीय क्षेत्र में 69 नामांकन पत्र प्राप्त हुए हैं।इसके बाद उत्तर प्रदेश के 35-लखनऊ संसदीय क्षेत्र में 67 नामांकन पत्र दाखिल हुए हैं।20 मई को होने वाले एक संसदीय सीट में उम्मीदवारों की औसत संख्या 14 हैं।पांचवें चरण में सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश की 14 संसदीय सीटों में चुनाव होगे जिसमे से 144 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।
मांडवा के राजा बहादुर फतेहपुर संसदीय सीट से चुनाव जीतकर देश के आठवें पीएम बने थे,जो महज 11 माह तक ही पीएम रहे
देश की वीआईपी सीटों में शामिल उत्तर प्रदेश की फतेहपुर संसदीय सीट में पांचवें चरण का चुनाव होना है।आजादी के बाद से एक समान सी लोकसभा सीट अचानक से वीआईपी सीटों में सुमार हो गई जब इस सीट से अपने क्षेत्र से काफी दूर एक रियासत का राजा आकर चुनाव लड़कर देश का प्रधानमंत्री बन गया।जो देश के आठवें नंबर का प्रधानमंत्री बना।उसका नाम विश्वनाथ प्रताप सिंह उर्फ बीपी सिंह था।जो राजा नही फकीर हैं देश की तकदीर हैं के नारे के साथ में चुनाव जीतकर 11 माह के लिए पूरे देश का राजा बना।बीपी सिंह फतेहपुर संसदीय क्षेत्र के ठाकुर बाहुल्य तिंदवारी विधानसभा से उपचुनाव जीतकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं।वीपी सिंह के राजनीतिक जीवन की शुरुआत इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्र संघ के उपाध्यक्ष के रूप में हुई।वी.पी. सिंह ने कई भूमिकाएं निभाईं। वे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री,प्रधान मंत्री,रक्षा मंत्री,वित्त मंत्री, राज्यसभा सांसद,तीन निर्वाचन क्षेत्रों से लोकसभा सांसद रहे।