Lok Sabha Election 2024 : लोकसभा चुनाव के लिए 7 वें चरण की वोटिंग 1 जून 2024 को पूरी हो जाएगी। वोटिंग खत्म होने से पहले ही एग्जिट पोल सामने आने लगे है। पीएम मोदी के दांव पर एनडीए ने सीटे बटोरने की कोशिश की है। वही राहुल गांधी के नेतृत्व में इंडी गठबंधन से बहुत सी पार्टी ने जुड़कर जनता से वोट मांगे। अब देखना यह है कि देश की जनता पार्टी को या गठबंधन को किसको प्रधानमंत्री का ताज देती है। चुनाव आयोग ने इस बार 16 मार्च को चुनाव के सात चरणों की घोषणा की थी।
क्या चल रहा एग्जिट पोल से पहले देश का हाल
हर साल ही आने वाले नतीजे मुख्य तौर पर एनडीए के पक्ष मे ही होते है। एग्जिट पोल निकालने के दो तरीके सही माने जा सकते है। पहला हम जनता के बीच जाकर उससे उसके क्षेत्र के प्रत्याशी के विषय में राय लेकर उस आधार पर प्रत्याशी की हार या जीत तय करें। दूसरा राजनीति के अनुभवी लोगो से पार्टियों की छवि जो उनके काम के आधार पर है। उस विषय के आधार पर चुनाव के नतीजे बनाए। चुनाव की हार-जीत जितना पार्टियों के काम के आधार पर होती है, उतना ही लोकसभा चुनाव मे पीएम के चेहरे के चुनाव पर भी होती है। खास बात यह है कि एनडीए और इंडी अलायंस दोनों ने ही अपने पीएम फेस के लिए कोई तय चेहरा नही बताया। इस बार का चुनाव पूरी तरह से एकपक्षीय दिखाई पड़ा। इसका कारण एनडीए का विकास कार्य नही, ब्लकि चुनाव से पहले ही कई पार्टियों का केंद्र की दूसरी मजबूत पार्टी से मिल जाना था। कांग्रेस ने पहले भारत न्याय जोड़ो यात्रा निकाली फिर गठबंधन ऐसा करके कांग्रेस ने स्वंय को ही कमजोर दिखा दिया। किसी भी जंग मे जीतने के लिए आपको सबसे पहले एक नेरेटिव बनाना जरूरी है, अगर जंग से पहले ही आप कमजोर दिखाई देंगे। तो हार आपकी तय है। अगर एनडीए तीसरी बार सरकार बनाती है, तो कोई हैरानी की बात नही होगी। फिलहाल पीएम मोदी को जहां लोग समझ रहे थे कि चुनाव के आखिरी चरण में वह किसी प्रकार के प्रचार पर गौर देंगे। वही पीएम मोदी ने 45 घंटे का मौन धारण करकें। जनता और विपक्ष दोनों को ही हैरानी में डाल दिया।