Kedarnath Dham yatra registration : केदारनाथ धाम यात्रा पंजीकरण और पूर्ण विवरण केदारनाथ, जो भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है, उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है। यह भारत के सबसे पवित्र हिंदू तीर्थ स्थलों में से एक है और हर साल लाखों श्रद्धालु केदारनाथ धाम की यात्रा करते हैं।
यात्रा तिथियां – केदारनाथ धाम यात्रा का प्रारंभ प्रतिवर्ष वैशाख मास के अक्षय तृतीया के दिन होता है और कार्तिक मास के भाई दूज के दिन समाप्त होती है। वर्ष 2024 में, यात्रा का प्रारंभ 10 मई 2024 को हुआ है।
यात्रा पंजीकरण – यात्रा के लिए पंजीकरण अनिवार्य है और इसे ऑनलाइन या ऑफलाइन किया जा सकता है। ऑनलाइन पंजीकरण: https://registrationandtouristcare.uk.gov.in/ पर जाएं और “केदारनाथ” चुनें। ऑफलाइन पंजीकरण: रुद्रप्रयाग, ऋषिकेश, हरिद्वार और अन्य निर्धारित स्थानों पर पंजीकरण काउंटर पर किया जा सकता है।
आवश्यक दस्तावेज – पंजीकरण के लिए निम्नलिखित दस्तावेज आवश्यक हैं पहचान पत्र (आधार कार्ड, वोटर आईडी, पासपोर्ट) पासपोर्ट आकार की तस्वीरें आयु प्रमाण (जन्म प्रमाण पत्र, स्कूल प्रमाण पत्र) चिकित्सा प्रमाण पत्र (केवल 60 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए) यात्रा शुल्क: पंजीकरण शुल्क: ₹50 प्रति व्यक्ति मेडिकल चेकअप शुल्क: ₹50 प्रति व्यक्ति (60 वर्ष से अधिक आयु के लिए) यात्रा बीमा प्रीमियम: ₹150 प्रति व्यक्ति यात्रा ।

मार्ग – केदारनाथ धाम तक पहुंचने के लिए, श्रद्धालुओं को यात्रा परमिट को आपको यात्रा के दौरान अपने साथ रखना होगा। केदारनाथ धाम की यात्रा पैदल या हेलीकॉप्टर से की जा सकती है। पैदल यात्रा में गौरीकुंड से केदारनाथ तक 16 किलोमीटर की दूरी तय करनी होती है। यात्रा में लगभग 6-7 घंटे लगते हैं। हेलीकॉप्टर सेवा गौरीकुंड से केदारनाथ तक उपलब्ध है। हेलीकॉप्टर सेवा में लगभग 15 मिनट लगते हैं। केदारनाथ धाम में कई मंदिर हैं। मुख्य मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। अन्य मंदिरों में भगवान गणेश, भगवान पार्वती और भगवान भीम के मंदिर शामिल हैं। केदारनाथ धाम में कई धर्मशालाएं और होटल हैं। आप अपने बजट के अनुसार आवास की व्यवस्था कर सकते हैं। केदारनाथ धाम की यात्रा जीवन भर का एक अविस्मरणीय अनुभव है। पवित्र स्थल की यात्रा करने और भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए लाखों श्रद्धालु हर साल केदारनाथ धाम आते हैं।
भोजन और आवास – गौरीकुंड और केदारनाथ में श्रद्धालुओं के लिए भोजन और आवास की व्यवस्था उपलब्ध है। हालांकि, यात्रियों को अपने लिए पर्याप्त भोजन और पानी ले जाने की सलाह दी जाती है। सावधानियां ऊंचाई पर होने के कारण, यात्रियों को ऊंचाई की बीमारी का अनुभव हो सकता है। मौसम की स्थिति बदल सकती है, इसलिए यात्रियों को गर्म और जलरोधी कपड़े ले जाने चाहिए। यात्रियों को अपने स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में जागरूक होना चाहिए और उचित चिकित्सा सलाह लेनी चाहिए। सभी कचरे को ठीक से निपटाया जाना चाहिए। वन्यजीवों से सुरक्षित दूरी बनाए रखें।