Heat Wave : गठिया, ऑस्टियोपोरोसिस और अन्य जोड़ों और हड्डियों के बीमारी हड्डी संबंधी समस्याओं से पीड़ित लोगों को हीटवेव के दौरान मुश्किल हालातों का सामना करना पड़ सकता है। IMD ने पूरे उत्तर भारत में हीटवेव अलर्ट जारी किया है, जो कुछ हफ़्तों तक जारी रहने वाला है। अत्यधिक गर्मी की यह लंबी अवधि मस्कुलोस्केलेटल प्रणाली को प्रभावित कर सकती है और दर्द, सूजन और बेचैनी जैसे लक्षणों को बढ़ा सकती है, खासरूप से जोड़ों के आसपास।
Heat Wave की सेफ्टी को लेकर बताए टिप्स
दिल्ली के सीके बिड़ला अस्पताल के ऑर्थोपैडिक्स विभाग के निदेशक डॉ. अश्विनी मायचंद ने कुछ तरीके बताए। जिनसे ऐसी समस्याओं से पीड़ित लोग अपने दर्द से राहत पा सकते हैं।
हाइड्रेटेड रहना जरूरी
पानी पीना बहुत ज़रूरी है, ख़ास तौर पर गर्मी के मौसम के मौसम में। पानी न पीने से जोड़ों में दर्द और अकड़न बढ़ सकती है। क्योंकि जोड़ों को चिकनाई देने वाला सिनोवियल द्रव, पर्याप्त मात्रा में पानी के सेवन पर बहुत ज़्यादा निर्भर करता है। इसलिए दिन भर खूब पानी पिएं और कैफीन तथा शराब का ज्यादा सेवन करने से बचें। क्योंकि शराब और कैफीन पीने से शरीर का पानी सूख जाता है। गर्मी के दौरान आर्थोपेडिक की समस्यावालो को शरीर के लिए ठंडा वातावरण बनाए रखना जरूरत है। घरों को ठंडा आरामदायक बनाए रखने के लिए एयर कंडीशनिंग या पंखे का यूज करें। डेली ठंडे पानी से नहाए। कॉटन या हल्के और हवादार कपड़े पहनने से भी ठंडक बनी रहती है।
व्यायाम दिनचर्या समायोजित करें
फिजिकल एक्टिविटी जोड़ों की कार्यक्षमता और समग्र गतिशीलता को बनाए रखने के लिए जरूरी है। लेकिन ज्यादा गर्मी में व्यायाम करना जोखिम भरा हो सकता है। स्पेशलिस्ट ने जोड़ों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए तैराकी, योग जैसे कम प्रभाव वाले, इनडोर एक्सरसाइज को डेली लाइफ में जरूर करें।
प्रॉब्लम पर ध्यान दें
गर्मी के मौसम में शरीर किस तरह से प्रतिक्रिया करता है, इस पर पूरा ध्यान दें। दर्द, सूजन या अन्य परेशानियों को गंभीरता से लिया जाना चाहिए। दर्द के लक्षणों में होने वाले बदलावों पर नज़र रखने के लिए एक लक्षण डायरी रखें, और अगर किसी व्यक्ति को कोई चिंताजनक पैटर्न नज़र आता है।
भविष्य की योजना
मौसम के पूर्वानुमान के बारे में जानकारी रखें और दिन के ठंडे समय, जैसे कि सुबह जल्दी या देर शाम की योजना बनाएं। अगर किसी व्यक्ति को बाहर जाना जरूरी हो, तो अधिक गर्मी से बचने के लिए उसे छायादार या वातानुकूलित स्थान पर बार-बार रुकना चाहिए।