कैंसर (Cancer) शब्द सुनते ही मन में डर और निराशा पैदा हो जाती है। यह एक ऐसी बीमारी है जो हमारे शरीर की कोशिकाओं के अनियंत्रित विभाजन के कारण होती है। ये असामान्य कोशिकाएं स्वस्थ ऊतकों पर आक्रमण करती हैं और उन्हें नष्ट कर देती हैं। कैंसर शरीर के किसी भी अंग में हो सकता है और इसके कई अलग-अलग प्रकार होते हैं।
Root causes of cancer
हमारा शरीर अरबों कोशिकाओं से मिलकर बना होता है। ये कोशिकाएं एक नियंत्रित प्रक्रिया के तहत विभाजित होती हैं और नई कोशिकाओं का निर्माण करती हैं। जब यह प्रक्रिया बिगड़ जाती है, तो कोशिकाएं विभाजित होती रहती हैं, भले ही शरीर को उनकी जरूरत न हो। ये अतिरिक्त कोशिकाएं ट्यूमर (Tumor) का निर्माण करती हैं. ट्यूमर दो प्रकार के हो सकते हैं –
Benign Tumor – ये कैंसरयुक्त नहीं होते और आमतौर पर आसपास के ऊतकों में नहीं फैलते। इन्हें निकालने के बाद ये दोबारा नहीं होते।
Malignant Tumor – ये कैंसरयुक्त ट्यूमर होते हैं जो आसपास के ऊतकों में फैल सकते हैं और रक्त या लसीका प्रणाली के माध्यम से शरीर के अन्य भागों तक भी पहुंच सकते हैं।
Cancer causes and risk factors
कैंसर के सही कारणों का पता अभी तक पूरी तरह से नहीं चल पाया है, लेकिन कई कारक इस बीमारी के जोखिम को बढ़ा सकते हैं –
आनुवंशिकता – कुछ प्रकार के कैंसर आनुवंशिक रूप से माता-पिता से संतान में जा सकते हैं।
अस्वस्थ जीवनशैली – धूम्रपान, शराब का सेवन, असंतुलित आहार, व्यायाम की कमी आदि कैंसर के जोखिम को बढ़ाते हैं।
वायरल और बैक्टीरियल संक्रमण – कुछ वायरस और बैक्टीरिया कैंसर का कारण बन सकते हैं।
रसायन और विकिरण – लंबे समय तक रसायनों या विकिरण के संपर्क में रहना कैंसर का जोखिम बढ़ा सकता है।
हार्मोनल असंतुलन – कुछ प्रकार के कैंसर हार्मोनल असंतुलन से भी जुड़े होते हैं।
Symptoms of Cancer
कैंसर के लक्षण कई कारकों पर निर्भर करते हैं, जैसे कैंसर का प्रकार, वह शरीर के किस अंग में है और यह कितना फैल चुका है। कुछ आम लक्षण जो शुरूआती दौर में ही दिख जाते है –
- बिना किसी कारण वजन घटना
- थकान और कमजोरी
- बुखार
- शरीर में गांठ का होना
- त्वचा में बदलाव
- रक्तपात या असामान्य डिस्चार्ज
- खाना निगलने में परेशानी
- लगातार खांसी
इन लक्षणों का मतलब हमेशा ये नहीं होता कि आपको कैंसर है, लेकिन अगर आपको इनमें से कोई लक्षण दिखाई देते हैं, तो डॉक्टर से परामर्श जरूरी है। जल्द निदान और उपचार कैंसर से बचाव में जरूरी भूमिका निभाता है।
Cancer Diagnosis and Treatment
कैंसर का निदान करने के लिए कई तरह के टेस्ट किए जा सकते हैं, जैसे ब्लड टेस्ट, इमेजिंग टेस्ट (X-ray, CT Scan, MRI), बायोप्सी आदि। निदान के बाद उपचार का तरीका कैंसर के प्रकार, उसकी गंभीरता और मरीज की स्थिति के आधार पर तय किया जाता है। कैंसर के उपचार के प्रमुख तरीके शामिल हैं –
Surgery – ट्यूमर को निकालने के लिए सर्जरी की जा सकती है।
Radiotherapy – हाई ऊर्जा किरणों का उपयोग करके कैंसर कोशिकाओं को नष्ट किया जाता है।
Chemotherapy – दवाओं का यूज करके कैंसर कोशिकाओं को धीरे-धीरे शरीर से बाहर निकाला जाता है।
इससे अलग और भी बहुत से उपाय है, जिनसे कैंसर का इलाज करवाया जा सकता है। फिलहाल कैंसर का कोई विशेष कारागर इलाज नही है। अभी जो इलाज मौजूद है उनसे आप सिर्फ कुछ समय के लिए आराम पा सकते है। इन इलाजों से आप लंबे समय तक जीवित रह सकते है। कैंसर के इलाज उम्र और कैंसर के टाइप पर डिपेंड करता है।