Ebola Virus : मानव जीवन के लिए एक बार फिर से खतरा बना बेरहम चीन।साल 2019 में कोविड की उत्पत्ति करके पूरे विश्व को डराने वाला देश चीन ने एक बार फिर इबोला वायरस का नया अवतार बनाया है।जो कि एक बेहद खतरनाक वायरस है।ये वही इबोला वायरस है जो बहुत तेजी से फैलता है तथा जानलेवा वायरस भी है।इस पुराने वायरस की बदौलत 2014 से 2016 के बीच पश्चिम अफ्रीका में हुए इबोला के प्रकोप में हजारों लोगों की मौत हो गई थी।चीन के हेबेई मेडिकल यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने एक नया वायरस बनाया है जो मात्र तीन दिनों में इंसान की जान ले सकता है। ‘साइंस डायरेक्ट’ पत्रिका में प्रकाशित इस शोध में वैज्ञानिकों ने इबोला वायरस (Ebola Virus) की नकल बनाने के लिए सिंथेटिक वायरस का इस्तेमाल किया है। इस अध्ययन का उद्देश्य इबोला वायरस को बेहतर ढंग से समझना है।वही दुनिया इसे चीन से आने वाले एक नए खतरे के रूप में देखने लगी है।क्योंकि इससे पहले लाखों लोगों की जान लेने वाले कोरोना वायरस (COVID-19) वुहान की एक लैब से निकला हुआ था।
क्यों किया वैज्ञानिकों ने इसका इस्तेमाल
एक अध्ययन के दौरान चीनी वैज्ञानिकों ने वेसिकुलर स्टामाटाइटिस वायरस नाम के एक अलग वायरस का इस्तेमाल किया।जिसे ग्लाइकोप्रोटीन कहा जाता है,जो वायरस को सेल में भेजता है जो संक्रमण का एक पड़ाव है।जब मृत जानवरों के अंगों को काटा,तो उन्होंने पाया कि यह वायरस शरीर के आठ अंग ह्रदय,यकृत,प्लीहा,फेफड़े,गुर्दे, पेट, आंतों और मस्तिष्क में जमा हो गया था।जिसके साथ ही वैज्ञानिकों का अध्ययन पूरा हो गया।
क्या है इबोला वायरस
इबोला वायरस रोग एक गंभीर संक्रामक रोग है जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है।संक्रमित व्यक्ति के रक्त,शरीर के तरल पदार्थ जैसे मल,मूत्र,लार,वीर्य के साथ संपर्क से संक्रमण फैलता है।लेकिन फैलता उन्हीं में है जिनमे इसके लक्षण दिखाई देते हैं।इबोला हवा में नही फैलता है।इस बीमारी में आमतौर पर मृत्यु दर बहुत ज्यादा होती हैं।