Food Supplements यदि कम मात्रा में लिए जाए तो शरीर के लिए नुकसान नहीं करते हैं! 

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Food Supplements

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में मानव जीवन को पर्याप्त मात्रा में जरुरी पोषक तत्व नही मिल पाते हैं जिस वजह से लोग Food Supplements का प्रयोग करने लगे हैं।वही food Supplements अब लोगों को नुकसान करने लगे हैं। WHO की एक रिपोर्ट के अनुसार 5 प्रकार के ऐसे सप्लीमेंट्स हैं जो आपके स्वास्थ्य को फायदा पहुंचाने के बजाए नुकसान पहुंचा सकते हैं।फूड सप्लीमेंट अलग-अलग रूपों में आते हैं जैसे गोलियां, पिल्स, सिरप, एनर्जी बार और साथ ही पाउडर जो विटामिन, खनिज, अमीनो एसिड, फैटी एसिड और एंजाइम जैसे पोषक तत्व प्रदान करते हैं।सप्लीमेंट एक बैलेंस डाइट की जगह नहीं ले सकते हैं और आपको वे सभी पोषक तत्व नहीं दे सकते हैं जो एक बैलेंस डाइट कर सकते हैं।

सप्लीमेंट्स में सबसे ज्यादा प्रयोग होने वाला कोई सप्लीमेंट्स हैं तो वह वजन घटाने वाला है।वजन घटने वाले सभी सप्लीमेंट्स तुरंत एवम आसान परिणाम देने का वादा तो करते हैं लेकिन वे ज्यादातर साइड इफेक्ट्स को ही लेकर आते हैं।क्योंकि इसके कई उत्पादों में ऐसे घटकों का प्रयोग किया जाता है जो गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं।अमेरिका एक स्वास्थ्य पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि वजन घटाने वाले सप्लीमेंट्स से लीवर के क्षति के बढ़ने के मामले देखने को मिले।वही कुछ गोलियों में अनलिस्टेड तत्व होते हैं जो तमाम तरह की दिक्कते पैदा कर रहे हैं।

ऊर्जा बढ़ाने और एथलेटिक प्रदर्शन को बेहतर करने के लिए कैफीन सप्लीमेंट्स का प्रयोग किया जाता हैं।देखा जाए तो आम तौर पर एक कप काँफी सुरक्षित हैं लेकिन ज्यादा प्रयोग करने पर नुकसान हो सकता है। कैफीन के ज्यादा प्रयोग से घबराहट, चिंता, दिल की धड़कन और गंभीर मामलों में कार्डियक अरेस्ट हो सकता है।

कैल्शियम हड्डियों के लिए अति आवश्यक है वही पूरक के रूप में इसका अधिक प्रयोग हानिकारक हो सकता है।अमेरिकन पत्रिका ने अपने एक लेख में बताया कि कैल्शियम की खुराक लेने से धमनियों में प्लाक के निर्माण होने की संभावना रहती है।जिससे दिल का दौरा पड़ने की उम्मीद रहती है।

विटामिन ई शरीर में antioxidants गुणों के लिए जाना जाता है।जो कोशिकाओं को नुकसान से बचाता हैं। एक दिन में 1000 मिलीग्राम से ज्यादा का प्रयोग करने से रक्तस्रावी स्ट्रोक को बढ़ा सकता है।वही अमेरिकन स्वास्थ्य पत्रिका के अनुसार यदि पुरुष ज्यादा विटामिन ई का प्रयोग करते हैं तो प्रोस्टेट कैंसर होने की संभावना रहती हैं।

विटामिन ए एक बीटा कैरोटीन, एक antioxidants हैं जो मुख्यता रंगीन फलों एवम सब्जियों में पाया जाता हैं।बीटा कैरोटीन की खुराक धूम्रपान करने वालों के लिए जोखिम पैदा कर सकती हैं। स्वस्थ्य शरीर के लिए बीटा कैरोटीन की मात्रा 6 से 15 मिलीग्राम के बीच मानी गई हैं उससे अधिक की खुराक धूम्रपान करने वालों और एस्बेस्टस के संपर्क में आने वालों में फेफड़ों के कैंसर का खतरा बढा सकती हैं।

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