Amar Singh Chamkila : यह मूवी पंजाब के कलाकार अमर सिंह चमकीला की अनकही सच्ची कहानी को बताती है, यह कलाकार 80 के दशक में गरीबी के साये से निकले और अपने संगीत के जरिए लोगों के बीच अपने आप को मशहूर किया। Amar Singh Chamkila की 27 साल की छोटी उम्र में ही हत्या कर दी गई थी। बहुत समय के बाद उनके फैंस अब उनके जीवन की कहानी को पर्दे पर देख पाएंगे। उन्हें पंजाब का एल्विस प्रेस्ली भी कहा जा सकता है। आज ही रिलीज हुआ 2 मिनट 37 सेकंड का ये ट्रेलर बहुत ही खास है। इसमें Amar Singh Chamkila ने कैसे गरीबी में अपने करियर की शुरुआत की थी।
Amar Singh Chamkila का किरदार दिलजीत ने बखूबी निभाया
दिलजीत ने Amar Singh Chamkila के कैरेक्टर को बखूबी निभाया हैं। वहीं उनकी पत्नी अमरजोत के किरदार में परिणीति चोपड़ा ने भी अपने अभिनय से चार चांद लगा दिए है। ट्रेलर में दिखाया गया कि जब उन्होंने गाना शुरू किया तो कैसे उस समय Amar Singh Chamkila पर गंदे गाने को लेकर भी आरोप लगाए गए थे। एक तरफ जहां वह पूरे देश में पसंद किया जा रहा थे, वहीं, दूसरी ओर उनके कई दुश्मन भी लगातार बढ़ रहे थे। Amar Singh Chamkila की यह मूवी इम्तियाज अली के निर्देशन में बनी है।

Amar Singh Chamkila में एआर रहमान ने दिया संगीत
‘Chamkila’ फिल्म का संगीत एआर रहमान ने लिखा है, जो इम्तियाज अली की कई मूवी जैसे ‘रॉकस्टार’, ‘हाईवे’ और ‘तमाशा’ के लिए भी संगीत दे चुकें हैं। रिलीज होने से पहले ही सुर्खियों में आई इम्तियाज अली की फिल्म ‘Amar Singh Chamkila’ में पंजाब के चहेतें कलाकार दिलजीत और हिंदी फिल्मों की स्टार परिणीति चोपड़ा मेन कैरेक्टर में नजर आने वाले हैं। फिल्म की खास बात यह है कि इस फिल्म में परिणीति और दिलजीत दोनों ने ही गाने खुद गाए हैं, और साथ ही साथ उन गानों की लाइव रिकॉर्डिंग के जरिए रिकॉर्ड किया गया है। फैंस इस फिल्म के लिए खास उत्साही नजर आ रहे हैं। यह फिल्म 12 अप्रैल 2024 को यह फिल्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज होगी। Amar Singh Chamkila पहले से ही पंजाब के लोगों की पसंद है। पहली बार किसी निर्देशक ने उनकी कहानी लोगो के सामने लाने की कोशिश की है, इसलिए एक खास आडियंस मिलना लाजिमी है। Amar Singh Chamkila की जिंदगी और मौत दोनों ही कंट्रोवर्सी से भरी रही है। इस कारण भी मूवी को एक खास रिस्पांस मिल सकता है।
Amar Singh Chamkila के फेमस सांग
Amar Singh Chamkila के सबसे फेमस सांग में “पहले ललकारे नाल” और उनके भक्ति से भरपूर गीत “बाबा तेरा ननकाना” और “तलवार मैं कलगीधर दी” भी शामिल हैं। वैसे उन्होंने इसे स्वयं कभी रिकॉर्ड नहीं किया, लेकिन उन्होंने व्यापक रूप से लोकप्रिय “जट्ट दी दुश्मनी” लिखी जिसे कई पंजाबी कलाकारों द्वारा उसके बाद रिकॉर्ड किया गया है। वह अपने पहले रिकॉर्ड किए गए गीत “ताकुए ते ताकुआ” के कारण पूरे पंजाब में प्रसिद्ध हुए थे।