काम और परिवार के बीच संयोजन करते हुए अक्सर दिमाग बहुत ज्यादा परेशान हो जाता है। दिमाग को संतुलित करने के लिए हम बहुत से उपाय करते है।
दिमाग को शांत करने के लिए आप डॉक्टर के चक्कर काटते है, या फिर ध्यान लगाने की कोशिश करते है।
डॉक्टर के पास जाकर दवा लेना वैसे बहुत आसान उपाय है, लेकिन शहर के शोर और विचलित मनस्थिति में ध्यान लगाना सबसे मुश्किल काम है।
लेकिन आज हम आपको एक ऐसी जगह के बारे में बताएंगे जहां जाकर आपको ध्यान लगाने के लिए बहुत अधिक प्रैक्टिस की आवश्यकता नही है।
उत्तराखंड के अल्मोड़ा शहर के पास एक छोटा सा गांव है, जिसका नाम कसार देवी है। इस गांव का नाम कसार देवी के नाम पर रखा गया है।
1890 में स्वामी विवेकानंद ने भी यहां आकर ध्यान किया था। कसार देवी के विषय में स्वामी विवेकानंद ने अपनी डायरियों में जिक्र किया है। जिस गुफा में स्वामी विवेकानंद ने ध्यान लगाया था। आज भी वहां बहुत से विदेशी पर्यटक आकर ध्यान लगाते है।
अगर आप इसके पीछे का जटिल कारण जानना चाहते है,तो आपको बता दें कि वैज्ञानिकों के मुताबिक पूरे विश्व में तीन स्थान ही ऐसे है, जिसमें मैग्नेटिक पूल है। जिसके कारण इंसान की चेतना के स्तर में बदलाव आता है। इन तीन स्थानों के नाम कसार देवी, दक्षिण अमेरिका का पेरू और इंग्लैण्ड का स्टोन हेंग है।
कसार देवी जाने के लिए आपको अल्मोड़ा से आसानी से कैब और टैक्सी मिल जाता है। कसार देवी में रूकने के लिए आसानी से होस्टल और रूम्स में मिल जाएंगे। जिनकी कीमत 750 से शुरु होकर 2500 तक है।
कसार देवी से आप हिमालय रेंज भी देख सकते है। सर्दी और बरसात के मौसम में आपको यहां खूबसूरत पहाड़ों के साथ ही पक्षियों की विलुप्त प्रजाति भी देखने को मिल जाएगी।
हर साल मंदिर में नंवबर और दिसंबर मे मेले का आयोजन किया जाता है। इस मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते है।