आजकल हर कोई प्यार में पड़ा हुआ है, या फिर प्यार की तलाश में है।

प्यार एक ऐसा अनुभव है कि वह इंसान को सबसे गहरी और मधुर भावनाओं में ले जाता है।

साइंटिस्ट के मुताबिक प्रेम के लिए मस्तिष्क का भी कुछ हिस्सा जिम्मेदार होता है।

इसे डिजीज लव ब्रेन कहा जाता है, यह एक रोमांचक वैज्ञानिक विषय है।

इस बीमारी में दिमाग के कुछ हिस्सों में अध्ययन की जरूरत होती है।

प्यार में पड़े इंसान के कुछ हिस्से एक्टिव हो जाते है। इस दौरान ओक्सिटोसिन और डोपामाइन जैसे हार्मोनों का स्त्राव होता है।

कुछ लोग प्रेम में बहुत ज्यादा आर्कषण महसूस करते है, वह सही और गलत का फैसला नही समझ पाते है।

लव ब्रेन सिंर्डोम के कारण कई लोग बार-बार गलत फैसले के साथ बहुत अजीब व्यवहार करते है।

इस बीमारी से जूझ रहा मरीज अपने साथ-साथ अपने प्रेमी को भी मुसीबत में डाल देता है।

प्रेम में पड़ने से पहले आप इस बात को जरूर समझ लें , और अपने प्रेमी के व्यवहार के बारे सही से समझें। तभी किसी का लव प्रपोज स्वीकार करें।