Surya Grahan 8 April : 8 अप्रैल को साल की पहली सूर्यग्रहण की घटना घटेगी। सूर्यग्रहण के दिन सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक सीधी रेखा में आ जाते है। जिससे चंद्रमा सूर्य को आंशिक रूप से ढक लेगा। भारत में यह ग्रहण आंशिक रूप से देखा जा सकेगा।
Surya Grahan Kya Hota Hai?
सूर्यग्रहण एक खगोलीय घटना है, जो तब होती है जब चंद्रमा सूर्य के सामने से गुजरता है। जिससे आंशिक या पूर्ण रूप से सूर्य का पृथ्वी पर दिखना बंद हो जाता है। सूर्यग्रहण के तीन प्रकार के होते है –
Purn Surya Grahan – इस प्रकार के ग्रहण में चंद्रमा सूरज को पूरी तरह से ढक लेता है, इस कारण दिन में भी रात जैसा अंधेरा छा जाता है।
Aanshik Surya Grahan – इस प्रक्रिया में ग्रहण में चंद्रमा सूर्य के एक हिस्से को ढक लेता है।
Valyakar Surya Grahan – इस खगोलीय घटना में ग्रहण लगते समय चंद्रमा सूर्य के केंद्र को ढक लेता है, लेकिन सूर्य का बाहरी किनारा (चक्र) एक सफेद किनारे के रूप में दिखाई देता है।

8 April, 2024 ka Surya Grahan Kaisa Hoga?
8 अप्रैल, 2024 को होने वाला Surya Grahan भारत के लोगों के लिए आंशिक सूर्यग्रहण होगा। इसका मतलब है कि चंद्रमा सूर्य के केवल एक हिस्से को ढकेगा।
Surya Grahan की अधिकतम ग्रहण अवधि कम से कम 3 घंटे होगी। ग्रहण का मार्ग प्रशांत महासागर, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण-पूर्व एशिया और पूर्वी एशिया में दिखाई पड़ेगा।
Bharat mein Surya Grahan
भारत में रहने वाले लोग इस आंशिक Surya Grahan को आंशिक रूप से देख सकेंगे। Surya Grahan का दृश्य भारत के पूर्वी भागों में कुछ सही रूप से दिखाई देगा। Surya Grahan की अवधि और स्पष्टता आपके स्थान के आधार पर भिन्न हो सकती है।

Surya Grahan में ध्यान रखने योग्य बात
Surya Grahan को नंगी आंखों से देखना सेफ नहीं है। सूर्यग्रहण को देखने के लिए खास solar filter का यूज करें। आप किसी Vedhshala – Observatory में भी सूर्यग्रहण को देखने का कार्यक्रम आयोजित किया जा सकता है, जहां खास दूरबीनों का यूज करके Surya Grahan को सेफ्टी से देखा जा सकता है।
Surya Grahan ka Vaigyanik Mahatv
Surya Grahan खगोलविदों को सूर्य के वायुमंडल, जिसे कोरोना (Corona) कहा जाता है। कोरोना नंगी आंखों से नहीं देखा जा सकता क्योंकि सूर्य की रोशनी बहुत तेज होती है। लेकिन Surya Grahan के दौरान, जब चंद्रमा सूर्य को ढक लेता है, तो खगोलविद कोरोना पर स्टडी कर सकते हैं।